ईमानदारी की मिसाल बने जितेंद्र महतो, लाखों की सामग्री लौटाकर पेश की अनूठी उदाहरण

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला स्थित कराईकेला के बाउरीसाई गांव निवासी एवं कुड़मी विकास मोर्चा केंद्र के प्रवक्ता जितेंद्र महतो ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए एक खोया हुआ बैग उसके असली मालिक तक सुरक्षित पहुंचाया। बैग में करीब 70–80 हजार रुपये मूल्य का टैब, मोबाइल, नया जूता सहित कई कीमती सामान थे।
घटना के अनुसार, जितेंद्र महतो किसी कार्य से कराईकेला से टेबो की ओर जा रहे थे। इसी दौरान टेबो पंचायत अंतर्गत काडेदा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर उन्हें एक काले रंग का बैग मिला। उन्होंने बिना देर किए बैग को ग्राम मुंडा मानी हंस मुंडा को सौंप दिया और अपने कार्य में लग गए।
इसी बीच एक अज्ञात व्यक्ति ने बैग को अपना बताकर धोखे से उसे ले लिया और फरार हो गया। जब इस घटना की जानकारी जितेंद्र महतो को हुई तो उन्होंने ग्रामीणों की सहायता से उस व्यक्ति को जंगल से खोज निकाला और बैग के साथ कराईकेला थाना पहुंचकर पुलिस को पूरी जानकारी दी।
बैग की जांच के दौरान उसमें एक लाइसेंस बरामद हुआ, जिससे उसके असली मालिक की पहचान गुमला निवासी किशन उरांव के रूप में हुई। शुक्रवार को किशन उरांव अपने मित्र के साथ कराईकेला पहुंचे। बैग में मौजूद सभी कीमती सामान सुरक्षित पाकर वे भावुक हो उठे।
किशन उरांव ने धन्यवाद स्वरूप जितेंद्र महतो को उपहार देना चाहा, लेकिन महतो ने यह कहते हुए साफ इनकार कर दिया कि “समाजसेवा और ईमानदारी से जीवन जीना ही मेरा उद्देश्य है।”
इस ईमानदारीपूर्ण कार्य की पूरे क्षेत्र में सराहना हो रही है। स्थानीय लोग जितेंद्र महतो को बधाइयां दे रहे हैं और उनके इस कदम को समाज के लिए प्रेरणादायक बता रहे हैं।