सम्मेद शिखर पारसनाथ में ऐतिहासिक “विश्व-मैत्री महोत्सव” का भव्य आयोजन झुमरी तिलैया के सैकड़ो श्रद्धालु भक्तजनों ने भाग लिया

कोडरमा ।श्री सम्मेद शिखर जी की पावन धरा पर स्थित गुणायतन परिसर में आयोजित विश्व-मैत्री महोत्सव आध्यात्मिक गरिमा और सामाजिक सहभागिता के साथ सम्पन्न हुआ। यह आयोजन श्रद्धेय देवेन्द्र ब्रह्मचारी जी के मार्गदर्शन में महावीरायतन फ़ाउंडेशन द्वारा आयोजित किया गया। बिहार के राज्यपाल श्री आरिफ़ मोहम्मद ख़ान, गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी सहित अनेक गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को गौरवशाली बना दिया।
महोत्सव का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं आचार्य विद्यासागर जी महाराज तथा आचार्य समय सागर जी महाराज के मंगल चित्र अनावरण से हुआ। इसके पश्चात् परम पूज्य निर्यापक श्रवण मुनिश्री समता सागर जी महाराज ससंघ के पावन सान्निध्य में सभी ने मंगल वचनों का लाभ लिया। पूज्य आर्यिका रत्न गुरुमति माताजी एवं पूज्य आर्यिका दृढ़मति माताजी ससंघ ने गुरुवंदना का दिव्य अवसर प्रदान किया, जिनके सस्वर मंगलपाठ और प्रवचन ने श्रद्धालुओं को आत्मशुद्धि, संयम और धर्ममय जीवन का संदेश दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार के राज्यपाल श्री आरिफ़ मोहम्मद ख़ान ने कहा कि “साधु-संतों का तप और त्याग समाज के लिए प्रेरणा है। विश्व-मैत्री महोत्सव राष्ट्र में शांति और सद्भावना का मार्ग प्रशस्त करता है।”
गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि “सम्मेद शिखर जी की पावन भूमि पर इतना विराट आयोजन झारखंड का गौरव है। यह महोत्सव धर्म और संस्कृति को जोड़ने वाला अद्भुत प्रयास है।”
श्रद्धेय देवेन्द्र ब्रह्मचारी जी ने अपने संदेश में कहा कि “साधु-संतों का सान्निध्य जीवन की सबसे बड़ी धरोहर है। आज के इस महोत्सव में हजारों आत्माओं को संयम, शांति और मैत्री का अमृतपान करने का अवसर मिला। यह आयोजन केवल परंपरा नहीं, बल्कि मानवता को जोड़ने और धर्म की शाश्वत ज्योति को जीवित रखने का संकल्प है।”
कार्यक्रम का समन्वय मनोज जैन इशिका एवं अजय जैन गंगवाल ने किया। आयोजन में सहयोग प्रदान करने वालों में श्री ताराचंद जैन (अध्यक्ष, दिगंबर जैन धार्मिक न्यास परिषद, झारखंड), संजय पाटनी एवं सानो पाटनी प्रमुख रहे। बीरेन्द्र जैन गुणायतन ने मुख्य जन संपर्क अधिकारी के रूप में आयोजन की सम्पूर्ण व्यवस्था और संवाद में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस अवसर पर समाजहित और उत्कृष्ट योगदान देने वाले अनेक व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया, जिनमें शामिल रहे— पंकज सोनी (समाज गौरव सम्मान), डॉ. संजय कुमार (विद्या वारिधि सम्मान), ब्रह्मचारी धीरज भैयाजी (आध्यात्मिक सेवाभाव सम्मान), अजय जैन गंगवाल (संयोजन गौरव सम्मान), तथा श्रीमती मोनिला जैन (सांस्कृतिक समर्पण सम्मान)।
झारखंड सहित विभिन्न प्रांतों से आए हज़ारों श्रद्धालुओं की सक्रिय सहभागिता ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। साधु-संतों की उपस्थिति से आध्यात्मिक वातावरण और समाज के गणमान्य व्यक्तियों के सान्निध्य से यह महोत्सव अविस्मरणीय बन गया।