मेघाहातुबुरु खदान में सिविल कार्य ठप, मजदूर संघ ने उठाए गंभीर सवाल
NEWS LAHAR REPORTER
गुवा
मेघाहातुबुरु खदान के कर्मचारियों के आवासों में लंबे समय से लंबित सिविल कार्य और विभागीय लापरवाही को लेकर झारखंड मजदूर संघर्ष संघ मेधाहातुबुरु इकाई ने असैनिक विभाग के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। संगठन ने कहा कि शिकायत दर्ज होने और निविदा चालू रहने के बावजूद कर्मचारियों के आवासों में मरम्मत कार्य नहीं होना विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। संघ ने यह भी पूछा कि जब सेल प्रबंधन लगातार आर्थिक सहायता उपलब्ध कराता आ रहा है, तब असैनिक विभाग द्वारा नए आवंटित आवासों का सिविल कार्य वर्षों तक लंबित क्यों रहता है, जबकि नियमानुसार 15 दिनों में पूरा हो जाना चाहिए। कर्मचारियों ने बताया कि सिविल कार्य के दौरान बालू, सीमेंट, गिट्टी आदि सामग्री की मात्रा की जानकारी उन्हें नहीं दी जाती और न ही निरीक्षण के लिए सुपरवाइज़र भेजा जाता है, जिससे ठेकेदार द्वारा निम्न गुणवत्ता का कार्य होने की शिकायतें बढ़ रही हैं।

संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि कई बार समापन के बाद कर्मचारियों के हस्ताक्षर लिए बिना गलत हस्ताक्षर दिखाकर बिल भुगतान कर दिया जाता है, जिसका सत्यापन करने की कोई पारदर्शी व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे वित्तीय अनियमितताओं की संभावना बढ़ जाती है। पत्र में केंटीन से टाइम ऑफिस तक बनी सड़क की खराब गुणवत्ता का मुद्दा भी उठाया गया है, जो निर्माण के कुछ दिनों बाद ही टूट जाती है। साथ ही वर्षों से बंद पड़े आवासों की मरम्मत, कॉलोनी की जर्जर सड़कों के निर्माण, अधूरी चेन फेंसिंग और टाइल्स कार्य को तत्काल पूरा करने की मांग की गई है। अंत में संघ ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं होती, तो किसी भी आंदोलनात्मक कदम की ज़िम्मेदारी असैनिक विभाग की होगी।















