करमपदा नोवागांव भनगांव एवं वनग्राम के लोग, सेल किरीबुरू खदान प्रबंधन की रवैया से आक्रोषित दिख रहें है–मुखिया लिपी मुण्डा
NEWS LAHAR REPORTER
गुवा
करमपदा नोवागांव भनगांव एवं वनग्राम के लोग, सेल किरीबुरू खदान प्रबंधन की रवैया से आक्रोषित दिख रहें हैं । सेल ने सीएसआर के तहत क्षेत्रीय गांव का समुचित विकास हेतु स्थानीय गाँवो को गोद लिया हैं, लेकिन यह वादा पूरी तरह
सफेद हांथी बन गया है । उक्त बाते ग्राम पंचायत मेघाहातुबुरु (उत्तरी), प्रखण्ड नोवमुण्डी के (मुखिया) श्रीमती लिपी मुण्डा ने बताई । उन्होंने बताया कि युवक-युवतियां बेरोजगार हैं खदान में स्थानीय को मजदूरी काम नहीं मिलती है बाहरी लोगों को ठेका कम्पनी में काम दिया जाता है। सेल किरीबुरु प्रबंधन की बिजली व्यवस्था भी सिर्फ सफेद हाथी होकर रह गई है । स्थानीय तीनों गांव के स्कूलों में सौन्दर्यीकरण कार्य सिर्फ आश्वासन तक ही सीमित है ।

आज भी क्षेत्रीय लोगों के खेत, मवेशी/जानवर शुद्ध पानी से वंचित हैं। किरीबुरू खदान का मालवाहक,रेलवे द्वारा परिवाहन करने से क्षेत्रों का वातावरण प्रदूषित हो रहा है ।जिससे ग्रामीण विभिन्न बीमारीयों का शिकार हो जाते हैं। ग्रामीणों कभी-कभी आवश्यक आम सभा सप्ताहिक बाजार आने जाने एवं सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में शामिल होने हेतु सेल किरीबुरू खदान सीएसआर योजना दायित्व से बस सेवा नहीं दिया गया ।
बताया जाता है कि अनेकों गांव से छोटी वाहन हायर कर ग्रामीण,ग्राम पंचायत मेघाहातुबुरू (उत्तरी) द्वारा आयोजित सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में शामिल हो सके ।जिससे क्षेत्रीय लोगों में खासा नाराजगी है। प्रबंधन को प्रदर्शन कर इसे अवगत कराई जाइगी । क्षेत्रीय लोगों का तृतीय,चतुर्थ श्रेणी में बहाली नहीं निकाला जाता । सिर्फ अधिकारियों का बहाली का निर्गत किया जा रहा है इसे पुरजोर विरोध किया जाएगा। प्रभावित गांवों के मुखिया श्रीमती लिपी मुण्डा ने सेल किरीबुरू खदान मुख्य महाप्रबंधक (खान) को बस सेवा बहाल हेतु मांग पत्र दिया था महाप्रबंधक (एच आर) से वार्त्तालाप पर बस सेवा नहीं देने का बात कहा, लेकिन मंदिर जाने के लिए बस देने का बात कहा।आगे प्रभावित ग्रामीणों के साथ भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।














