बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा और आवास की मार झेल रहा कोटसोना गांव, ग्रामीण बोले – 15 दिन में बिजली नहीं तो करेंगे घेराव
न्यूज़ लहर संवाददाता
चक्रधरपुर।पश्चिम सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर प्रखंड के होयोहातु पंचायत अंतर्गत कोटसोना गांव में बुनियादी सुविधाओं की घोर कमी को लेकर ग्रामीणों ने ग्रामसभा का आयोजन किया। डाकुवा सोंगा हेंब्रम की अध्यक्षता में आयोजित इस ग्रामसभा में मुख्य मुद्दा गांव में अब तक बिजली की आपूर्ति नहीं होना रहा। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 15 दिनों के भीतर गांव में बिजली बहाल नहीं की गई तो वे विद्युत विभाग का घेराव करेंगे।
कोटसोना गांव आजादी के 76 साल और झारखंड राज्य गठन के 25 साल बाद भी अंधेरे में जीने को मजबूर है। गांव के सैकड़ों परिवार ढ़िबरी और लालटेन के सहारे जीवन यापन कर रहे हैं। केरोसिन की अनुपलब्धता और महंगाई के चलते ग्रामीण भारी परेशान हैं। ढ़िबरी और लालटेन से निकलने वाले धुएं से बच्चों और बुजुर्गों में बीमारियां फैल रही हैं।
ग्रामसभा में ग्रामीणों ने बताया कि वे कई बार विद्युत विभाग को लिखित आवेदन दे चुके हैं, लेकिन अब तक केवल आश्वासन ही मिला है। गांव की भौगोलिक स्थिति भी उनकी बदहाली का कारण है। अंतिम सीमा पर बसे होने के कारण यहां न तो अधिकारी आते हैं, न ही जनप्रतिनिधि।
बिजली की समस्या के साथ-साथ ग्रामीण शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित हैं। गांव में एक स्कूल तो है, लेकिन शिक्षक कभी-कभार ही आते हैं। स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा न होने से बीमार या गर्भवती महिलाओं को खटिया या कंधे के सहारे पहाड़ से नीचे लाकर एंबुलेंस तक पहुंचाना पड़ता है।
प्रधानमंत्री आवास योजना और अबुआ आवास योजना का लाभ भी गांव के किसी परिवार को नहीं मिला है। ग्रामीणों ने मांग की है कि कोटसोना स्कूल में शौचालय और स्वच्छ पेयजल की भी व्यवस्था की जाए।
ग्रामसभा में बहादुर लोहार, एतवा लोहार, रोशन हेंब्रम, रामेश्वर हेंब्रम, सोंगा हेंब्रम, मोयका हांसदा, मनोज सामड, श्याम सामड, बुढेन हेंब्रम और चंपाय लोहार समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में सरकार और प्रशासन से गांव में जल्द से जल्द बिजली समेत अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की।















