झारखंड बजट पर पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन का हमला – “यह दिशाहीन और खोखला बजट”
न्यूज़ लहर संवाददाता
रांची। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने झारखंड सरकार द्वारा आज पेश किए गए बजट पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट के माध्यम से इस बजट को दिशाहीन बताते हुए कहा कि इसमें राज्य के आदिवासियों, मूलवासियों, किसानों, मजदूरों और युवाओं के लिए कुछ भी नहीं है।

चंपाई सोरेन ने सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा, “कहने को तो इसमें कई बड़ी घोषणाएं की गई हैं, लेकिन पिछले कई वर्षों से हर बार यही कहानी दोहराई जाती है, और परिणाम कुछ नहीं निकलता। कागज पर बड़ी-बड़ी योजनाएं घोषित करने वाली इस सरकार को कोई याद दिलाए कि उन योजनाओं का क्रियान्वयन भी उनकी ही जिम्मेदारी है। पिछले बजटों की कितनी योजनाएं पूरी हुई?”

उन्होंने राज्य सरकार के “अबुआ बजट” को गुमराह करने वाला बताते हुए कहा कि जब ग्रीन कार्ड धारकों को राशन नहीं मिल रहा, वृद्ध, दिव्यांग और विधवा पेंशनधारियों को महीनों से भुगतान नहीं हुआ है, तो ऐसी सरकार से क्या उम्मीद की जा सकती है?
चंपाई सोरेन ने सरकार पर पेयजल, शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार के मुद्दों पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में पेयजल की कई योजनाएं अधूरी पड़ी हैं, जिससे लोग डोभे (छोटे जलस्रोत) से पानी लेने को मजबूर हैं। उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली का जिक्र करते हुए कहा, “अस्पतालों में दवाएं उपलब्ध नहीं हैं, मरीजों को खाट पर लाया जा रहा है और अस्पतालों में अव्यवस्था की तस्वीरें आम हो गई हैं।”

अंत में, उन्होंने इस बजट को खोखला बताते हुए कहा, “यह बजट नहीं, बल्कि एक ढोल है, जो ऊपर से तो बहुत बड़ा दिखता है, लेकिन अंदर से पूरी तरह खोखला है।”















