झारखंड राज्य के विभिन्न स्थानों में बंद पड़े लौह अयस्क माइंस के कारण तेजी से नवयुवको का हो रहा पलायन – गीता कोड़ा
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: नोवामुंडी प्रखंड में दौरे के क्रम में साक्षात्कार में भाजपा प्रत्यासी गीता कोड़ा ने
राज्य के विभिन्न स्थानों में बंद पड़े लौह अयस्क माइंस के विगत वर्षो चालू किए होने के झारखंड सरकार को आडे हाथो ली है। उन्होंने
बढ़ती हुई बेरोजगारी की समस्या पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए राज्य के विभिन्न स्थानों में बंद पड़े माइंस का खुलना अत्यन्त आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में अगर वैज्ञानिक तरीके से पश्चिम सिंहभूम व राज्य के विभिन्न स्थानों से लौह अयस्क की निकासी माइनिंग कर की जाती है, तो काफी मात्रा में लौह अयस्क का निष्कासन संभव है ।

राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में नीलामी नहीं किए जाने एवं अपने अधीन रख माइनिंग करने की प्रक्रिया की मुहिम चला रही है एवं इसके लिए योजनाबद्ध तरीकों को अपनाया जा रहा है. इसकी वजह से माइंस ऑनर परेशान हैं, परिणाम स्वरूप बेरोजगारी बढ़ती जा रही है और पलायन की स्थिति बनी हुई है। वर्तमान पूर्व झारखंड सरकार के कारण रॉयल्टी बंद खदानों की वजह से प्रभावित हो रही है ।

राजस्व का नुकसान होना सरकार को आर्थिक नुकसान का संकेत है । भारी वाहनों जुड़े लोगो की स्थिति दयनीय होती जा रही है ।संपूर्ण राज्य के करीब 50,000 लोगों के बेरोजगार होने की पुष्टि सरकारी आंकड़ों के द्वारा की गई है ।माइनिंग खुलने चाहिए स्थानीय लोगो को शत प्रतिशत नौकरी मिलनी चाहिए ।भाजपा प्रत्याशीने कहा किवर्तमान मेंशिक्षा के क्षेत्र मेंभाजपा के द्वाराविकास के नई कीर्तिमान स्थापित किए गए हैं ।अगर मोदी सरकार बनती है तो पश्चिम एवं पूर्वी सिंहभूम क्षेत्र मे कई स्कूलों के साथ-साथ मेडिकल एवं इंजीनियरिंग कॉलेज का खुलना तय है ।















