मोरक्को में भूकंप ने भीषण तबाही मची, तीन सौ से अधिक की मौत, भारत ने मदद के लिए बढ़ाया हाथ
न्यूज़ लहर संवाददाता
अफ्रीकी: मोरक्को में सुबह-सुबह भूकंप ने भीषण तबाही मचा दी है। यहां धरती में हुए कंपन के बाद कई इमारतें ढह गईं, जिसमें तीन सौ लोगों की मौत हो गई है। मोरक्को में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र महज 18.5 किलोमीटर की गहराई में है। बड़ी संख्या में मकान जमींदोज हुए हैं। झटका देर रात आया जब लोग सो रहे थे। मलबे में लोगों के दबे होने की आशंका है। राहत-बचाव का काम जारी है।
इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पैमाने पर 6.8 मापी गई है। मोरक्को के गृह मंत्रालय ने बताया कि भूकंप की वजह से अब तक कम से कम 296 लोगों की मौत हुई है, वहीं 153 घायल हैं। भूकंप के झटके मोरक्को के तटीय शहरों रबात, कैसाब्लांका और एस्सौइरा में भी महसूस किए गए। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में ढहीं इमारतें, संकरी गलियों में पसरा मलबे का ढेर, चारों ओर तबाही का मंजर दिख रहा है।
भूकंप की झटके की वजह से मलबा संकरी गलियों में बिखरा पड़ा था और लोगों के घरों के सामान अलमारियों से गिर गया। भूकंप के झटके स्थानीय समयानुसार रात 11 बजे महसूस किए गए। मराकेश शहर में बड़ी संख्या में घर गिरे हैं। तबाही के बाद स्थानीय लोगों ने राहत बचाव का काम शुरू किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भूकंप से मरने वालों का आंकड़ा अभी काफी बढ़ सकता है। भूकंप की जानकारी रखने वाली मोरक्को की संस्था ने भूकंप की तीव्रता को सात के पार बताया है। मराकेश में रहने वाले एक शहरी ब्राहिम हिम्मी ने एजेंसी को बताया कि भूकंप के चलते कई पुरानी इमारतें ढह गईं और उसने पुराने शहर से एक के बाद एक एम्बुलेंस निकलते हुए देखीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बीच मोरक्को भूकंप में मारे गए लोगों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और कहा है कि भारत मोरक्को की हर संभव मदद करने के लिए तैयार है।















