सुंदरनगर में रेलवे ने चलाया अतिक्रमण हटाओ अभियान, दो दर्जन घर हुए जमींदोज, मुआवजे का इंतजार
न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर। सुंदरनगर में रेलवे प्रशासन ने मंगलवार को रेलवे फाटक के आस-पास बने लगभग दो दर्जन मकानों पर बुल्डोजर चला कर उन्हें ध्वस्त कर दिया। बुल्डोजर दोपहर के समय भारी सुरक्षा के बीच मौके पर पहुंचा और मकानों को तोड़ने से पहले सायरन बजा कर कार्रवाई शुरू कर दी गई। इस कार्रवाई के पहले घरों के मालिकों को खाली करने का नोटिस जरूर दिया गया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार प्रभावितों को अब तक कोई मुआवजा नहीं दिया गया है।
रेलवे प्रशासन के इस अभियान को लेकर लोगों में आक्रोश देखा गया। स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि उन्हें केवल मकान खाली करने का नोटिस मिला, लेकिन वैकल्पिक व्यवस्था या मुआवजे की कोई बात नहीं की गई। मजबूर होकर लोग अपने घरों का सामान बाहर निकालते नजर आए। रेलवे के रवैये के कारण लोगों ने खुद ही अपने आशियाने को खाली किया और इसके बाद बुल्डोजर से झोपड़पट्टी को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया।
हालांकि कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा ताकि किसी तरह का हंगामा न हो। प्रशासन ने दावा किया कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए की गई, लेकिन प्रभावित परिवारों का कहना है कि मुआवजे की व्यवस्था के बिना उनका घर उजाड़ दिया गया है, जिससे वे बेघर हो गए हैं।
स्थानीय निवासियों ने सरकार और रेलवे प्रशासन से मांग की है कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार उचित मुआवजा दिया जाए ताकि वे दोबारा अपने लिए आशियाना बना सकें।















