ब्लैकमेलर पत्रकार गिरोह के सरगना विनोद सिंह ने बूढ़े बाप को आगे कर अपने दोनों भाइयों को फंसाने के लिए विक्टिम कार्ड खेला दिया , रुपयों के लिए जो अपने सगे का नहीं हुआ, समाज में न्याय की बात कैसे करते हैं?? जाने फर्जी पत्रकार का असली चेहरा

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर के ब्लैकमेल पत्रकार गिरोह के सरगना विनोद सिंह ने अपने भाई और भाभी को फँसाने के लिए बूढ़े बाप को आगे कर विक्टिम कार्ड खेला है। उसने अपने बूढ़े बाप से जमशेदपुर एसपी को पत्र लिखवा कर दिया है कि जिसमें, उनके बेटा और बहू शारीरिक और मानसिक प्रताड़ित करते हैं ,और छोटे बच्चे का अपहरण करने का धमकी देते हैं।
अब तक न्यूज़ लहर ने ब्लैक मेलिंग पत्रकार गिरोह के विरुद्ध जितने भी समाचार प्रकाशित किए हैं उन सभी का साक्ष्य मौजूद है। न्यूज़ लहर किसी व्यक्ति विशेष या संस्था को बदनाम करने कर भयादोहन करने के उद्देश्य समाचार नहीं लिखता है। सत्य का चूर्ण लेकर लोगों को झांसा भी नहीं देता है। हाल के दिन में देखा गया है कि ब्लैकमेलर पत्रकार गिरोह के सरगना विनोद सिंह द्वारा अपराधिक छवि के लोगों के साथ गिरोह बनाकर शहर वासियों से रुपए वसूलने की जिस तरह काम किया जा रहा है,तब न्यूज़ लहर ने उसकी सच्चाई लोगों को बतानी शुरू की, तब से पूरा गिरोह बौखलाया हुआ है। झूठी कहानियां आम लोगों के बीच पोसकर कीचड़ उछालने का काम कर रहा है। इसी कड़ी में इस गिरोह ने 80 वर्षीय कुंवर सिंह को मोहरा बनाते हुए विक्टिम कार्ड खेल दिया है। कुंवर सिंह के नाम से पत्र लिखवा कर एसपी जमशेदपुर को दिया गया है। जिसमें कुंवर सिंह ने बताया है कि 80 वर्ष के वृद्ध व्यक्ति है ।2009में टाटा स्टील से सेवानिवृत्त कर्मचारी है। उनकी पत्नी लीलावती देवी वर्ष 2015 में कैंसर से मौत हो गई।उनके 3 पुत्र हैं ।भरत सिंह, अशोक सिंह और विनोद सिंह। जिसमें से भरत सिंह और अशोक सिंह उन्हें प्रताड़ित करते हैं। मानसिक और शारीरिक कष्ट पहुंचा रहे हैं।वह सबसे छोटे बेटा विनोद सिंह के साथ रहते हैं। वह उनका पूरा ख्याल रखता है। साथ ही उनके दोनों बेटे भरत सिंह और अशोक सिंह मेरे 11 वर्षीय पौत्र जो विनोद सिंह का पुत्र है,वह लोयला स्कूल में पढ़ता है। उसे अपरहण करने का धमकी देते हैं।संभवत यह दोनों अपरहण कर कुछ क्षति पहुंचा सकते हैं। इसलिए उनकी बची हुई जिंदगी शांति से गुजरे इसके लिए दोनों बेटों से मुक्ति दिलाई जाए।
गौरतलब हो कि यह पत्र एसपी को उस समय दिया गया जब विनोद सिंह की भाभी रेखा सिंह ने प्रधानमंत्री से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र भेजकर विनोद सिंह के बारे में शिकायत की थी और न्याय की गुहार लगाई थी ।अब इससे बचने के लिए विनोद सिंह ने अपने बूढ़े बाप को मोहरा बनाकर पत्र लिखवा कर विक्टिम कार्ड खेल दिया है। जबकि भरत सिंह सरायकेला खरसावां जिला के आदित्यपुर में रहते हैं। उनका जमशेदपुर में आना बहुत कम होता है। भरत सिंह की पत्नी नयनतारा की मौत की मुख्य जिम्मेवार विनोद सिंह को ही माना जाता रहा है। इसको बचाने के लिए कुंवर सिंह ने पूरे परिवार को डांट कर चुप कराए रखे थे।अब जब भाईयों में झगड़ा होने लगी तो कुंवर सिंह की बहू रेखा सिंह ने खुलकर सारे बातें प्रेस के सामने रखनी शुरू कर दी है। वही विनोद सिंह ने अपनी शातीर दिमाग से अपने चाचा अमर सिंह को बाप का नाम ब्रहमदेव सिंह के जगह कपिल देव सिंह बनाकर गांव के पैतृक संपत्ति बेचकर सारी रुपए हजम कर चुके हैं। यह आरोप रेखा सिंह लगा चुकी है।
कम पढ़े लिखे विनोद सिंह शातिर दिमाग के अपराधी है।हाल के दिनों में शहर के वरिष्ठ पत्रकार गोविंद पाठक के घर पर अपने साथ ही इंद्रजीत सिंह भुल्लर के साथ हमला किया और मारपीट की। इसके बाद उसने इंद्रजीत सिंह भुल्लर को मोहरा बनाते हुए गोविंद पाठक के विरुद्ध इंद्रजीत सिंह भुल्लर से प्राथमिकी दर्ज करा दी। गौरतलब हो कि खुद विनोद सिंह ने F.I.R. नहीं की और इंद्रजीत सिंह भुल्लर को आगे कर दिया। जिससे सिख कौम की सेंटीमेंट को उभार कर शहर की विधि व्यवस्था को खराब करने का प्रयास किया। इस बात को िसख समाज के प्रबुद्ध लोग समझ गए और कौम के दुश्मन इंदरजीत सिंह भुल्लर की हरकतों को देखते हुए पीछे हट गए। वही इंद्रजीत सिंह भुल्लर को मोहरा बनाकर नए नए संयंत्र गढकर गोविंद पाठक को फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। जो जांच का विषय है।