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ब्लैकमेलर पत्रकार गिरोह को एसएसपी जमशेदपुर ने जिला पुलिस ग्रुप से किया बाहर, सरकारी भूमि पर कब्जा करने और दूसरे पर कीचड़ उछालने वाले इंद्रजीत सिंह भुल्लर झांके अपने गिरेबान में, बड़े भाई और बहन की कहानी को करें याद

ब्लैकमेलर पत्रकार गिरोह को एसएसपी जमशेदपुर ने जिला पुलिस ग्रुप से किया बाहर, सरकारी भूमि पर कब्जा करने और दूसरे पर कीचड़ उछालने वाले इंद्रजीत सिंह भुल्लर झांके अपने गिरेबान में, बड़े भाई और बहन की कहानी को करें याद

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर में ब्लैक मेलिंग का गिरोह चलाने वाले विनोद सिंह और उसके पूरे टीम को जमशेदपुर एसएसपी ने जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे है ,ग्रुप से बाहर कर दिया है। वही अब लोग खुलकर कहने लगे हैं जो दूसरे पर कीचड़ उछाल रहे थे। उन्हें अपने गिरेबान में झांकने की आवश्यकता है।

जिसमें इंद्रजीत सिंह भुल्लर अपनी भाभी और बहन की कहानी को याद कर ले।

सारा बस्ती कहानी को जानता है और बताया है कि किस तरह सरकारी भूमि पर कब्जा जमाने वाले सच्चाई के नाम पर लोगों को ब्लैकमेल करने का धंधा कैसे कर रहा है। पुलिस अब तक इन के विरुद्ध ठोस कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है।

ब्लैकमेलर पत्रकार गिरोह के सरगना विनोद सिंह को जिला पुलिस द्वारा संचालित पोल मीडिया जमशेदपुर ग्रुप से एसएसपी ने बाहर कर दिया है। यह करवाई ब्लैकमेलर पत्रकार गिरोह के काले कारनामे की शिकायत पर की गई है। जबकि जिला पुलिस द्वारा संचालित पोल मीडिया जमशेदपुर के नाम पर ब्लैक मेलर गिरोह लोगों पर धौंस जमाता रहा है। आज न्यूज़ लहर की टीम विनोद सिंह के नौकर इंद्रजीत सिंह भुल्लर की कहानी के लिए बारीडीह बस्ती हनुमान मंदिर के पास पहुंची, तो अनेक चौकानेवाले जानकारियां मिली है। लोग बताते हैं कि इंद्रजीत सिंह भुल्लर के पिताजी कंपनी में काम करते थे। उनके 3 पुत्र और एक पुत्री है।इंद्रजीत सिंह भुल्लर मंझला बेटा है। पूरा परिवार लतखोर है और बड़े भाई की पत्नी और बहन की आश्चर्यजनक कहानियां सुनाई। जिसे न्यूज़ लहर नहीं लिख सकता है। न्यूज़ लहर किसी पर कीचड़ उछालना नहीं चाहता है। इससे संबंधित लोगों की रिकॉर्डिंग न्यूज़ लहर के पास साक्ष्य के रूप में मौजूद है। बस्ती वासी बताते हैं कि इन्द्र जीत सिंह भुल्लर के परिवार लगभग 1 बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है।

कानून को ताक पर रखकर कुछ जमीन बेची भी है। जो कानूनन अपराध है। वहीं कुछ जमीन बेचने के प्रयास में थे। तभी एक दिव्यांग चौधरी परिवार ने भी इस जमीन पर दावेदारी की। दोनों के बीच मुकदमे बाजी है।

इंद्रजीत सिंह भुल्लर का परिवार कब्जा किए गए सरकारी जमीन पर दरवाजा लगा रखा था। जिसे विवाद के बाद सिदगोडा पुलिस ने तोड़ दिया है। विनोद सिंह के साथ मिलकर इंद्रजीत सिंह भुल्लर सरकारी जमीन का प्लॉटिंग कर बेचने के फिराक में है। इस संबंध में दावेदार चौधरी परिवार ने इनका जमकर विरोध किया है। नौबत मारपीट की थी।आस-पड़ोस और पुलिस के हस्ताक्षर से यह मामला टल गया है।विनोद सिंह अपने नौकर इंद्रजीत सिंह भुल्लर की संपत्ति बेचकर उसमें अपनी हिस्सेदारी चाहते हैं।

जिसके कारण इंद्रजीत सिंह भुल्लर को नौकरी पर रखे हुए हैं। बस्ती के लोगों ने न्यूज़ लहर के संवाददाता को बताया की सत्य का ठेका लेने वाले पहले अपने गिरेबान झांके। उनकी अपनी भाभी और बहन की क्या कहानी है।बस्ती के सारे लोग जानते हैं।ये लोग अक्सर लात खाते रहते हैं। जिसमें धर्म का तड़का लगाकर सिख कम्युनिटी को बदनाम करते रहते हैं।बस्ती के लोगों ने कहा कि इन कचडो से दूर रहें है। बस्ती वासी बताते हैं कि वे लोग भी इंदरजीत सिंह भुल्लर और उसके मालिक विनोद सिंह तथा टीम की कहानियां समाचारों में पढ़ रहे हैं ।अक्सर वे देखते हैं विनोद सिंह को अपनी गाड़ी पर बैठा कर भुल्लर बस्ती में आता जाता है।

 

 

अगले अंक में पढ़िए, ब्लैकमेलर पत्रकार गिरोह के एक महिला नौकरानी की कहानी, जिसे जींस पैंट पहना कर बनाया गया पत्रकार और वह ब्लैक मेलिंग के नाम पर मांग रही है 40 हजार रुपए।

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