Regional

टिनप्लेट कंपनी का दूषित पानी घर में घुसा, सेवानिवृत्त कर्मचारी की पत्नी बीमारी से हुई मौत, पुत्र ने भी ग़म में तोड़ा दम, दूसरे पुत्र को आया paralysis अटैक,80 वर्षीय बूढ़े  पिता न्याय के लिए भटक रहा दर -दर

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड : पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर के सीदगोडा थाना क्षेत्र दस नंबर सिंधु रोड़ निवासी टिनप्लेट कंपनी से सेवानिवृत्त 80 वर्षीय  चंद्रकेतु मांझी के घर में कंपनी का दूषित पानी घुसने से पत्नी बीमार पड़ गई और इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई। मां की मौत के गम में पुत्र ने भी दम तोड़ दिया। वही छोटे बेटे को  paralysis अटैक आने से बिस्तर पकड़ चुका है। अब बिस्तर में ही पड़े -पड़े नित्य क्रिया को निपटाता है। वही बूढ़े पिता चंद्र केतु मांझी न्याय के लिए दर-दर भटकते फिर रहे हैं। उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।

टिनप्लेट कंपनी के तानाशाही से परेशान सीदगोडा दस नंबर बस्ती के सिंधु रोड़ निवासी चंद्र केतु मांझी ने न्यूज़ लहर संवाददाता से बताया कि वे टिनप्लेट कंपनी में काम करते थे। यहां से उन्होंने1998में बी आर एस ली थी और सेवानिवृत्त हुए। इस दौरान उन्होंने सिंधु रोड में अपना मकान बनाया।इस बीच कंपनी का बाउंड्री गिर गया। कंपनी ने अपना ऊँचा बाउंड्री बना ली। इससे उनके मकान में टिनप्लेट कंपनी का दूषित पानी जमीन के रास्ते घुसने लगा। जब कंपनी का बाउंड्री गिरा था उस समय पानी के साथ राख और कीचड़ भी बहकर घर में आ गया था।उनके घर के सारे कमरे कीचड़ और राख से ढक गए। उन्हें घर छोड़कर एक महीना तक दूसरे जगह शरण लेना पड़ा। इसकी शिकायत उन्होंने कंपनी के अधिकारियों से की।कंपनी के अधिकारी उनके घर पर पहुंचे और अपने मजदूरों को लगाकर घर की सफाई कराई।उस दौरान उनके घर के छह कमरे का दीवाल गिर गया। जिसे पुनः निर्माण कराने में ढाई लाख रुपए खर्चा हुआ।जबकि कंपनी से बह कर आया दूषित पानी उनके घर के अलावे आसपास के लोगों के घर में भी घुसा था। पड़ोसी रामनाथ ओझा के घर में भी पानी घुसा। उनका घर डैमेज हो गया था। उन्होंने पैरवी लगाया, तो कंपनी के अधिकारियों ने उनका घर बनवा दिया।लेकिन हमारा घर नहीं बनवाया। इस बीच वे घर के अंदर फर्श पर ईटा बिछाकर रहने लगे। जबकि जमीन के नीचे से कंपनी का दूषित पानी रिस कर आता रहा है। जिससे उनकी पत्नी सुंदरपति देवी बीमार पड़ गई। उन्हें इलाज के लिए टिनप्लेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां 3 दिन के इलाज के बाद पत्नी की मौत हो गई। इस गम में उनका बड़ा पुत्र अवधेश कुमार ने भी दम तोड़ दिया। इस संबंध में उन्होंने टिनप्लेट कंपनी के अधिकारियों,टाउन डिपार्टमेंट के हेड स्वामीनाथन को भी पत्र लिखा, व्यक्तिगत मुलाकात भी की और अपनी समस्या से अवगत भी कराया। जिससे
कंपनी से इंजीनियर, अधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं कुछ राजनेता आए  उनकी समस्या का समाधान करने के लिए प्रयास हुआ। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया।घर में आज भी कंपनी का दूषित पानी जमीन के अन्दर से आ रहा है। वे लोग बीमार पड़ रहे हैं। उनके छोटे बेटे को  paralysis अटेक आ गया।उसका अठारह माह तक ब्रह्मानंद अस्पताल में इलाज कराया।अब उनका बेटा भी बीस्तर पर है।यह सब कंपनी के दूषित पानी के कारण हो रहा है।दस नंबर बस्ती में कंपनी के बनाए हुए सीवरेज का पाइप जहां-तहां से लीकेज है। जिससे सीवरेज का गंदा पानी नाली में बहता रहता है। वह गंदा पानी अनेकों घरों में घुस रहा है। लोग बीमार पड़ते रहते हैं। इस संबंध में टाउन हेड स्वामीनाथन को जानकारी दी गई,लेकिन वे किसी की शिकायत सुनते नहीं है एवं कहते कि टाटा कम्पनी इस समस्या का समाधान निकालेगी  वही प्रदूषण विभाग को भी जानकारी दी गई है। लेकिन कंपनी के प्रभाव में प्रदूषण विभाग भी कंपनी के विरुद्ध कार्रवाई नहीं करता हैं । जबकि जिला प्रशासन इस मामले में सचेत है। जिला प्रशासन का प्रयास रहा है कि दूषित पानी सीधे स्वर्णरेखा नदी में नहीं जाए, लेकिन कंपनी के द्वारा दूषित पानी से संबंधित जानकारियों को छुपा लिया जाता है।इसके लिए प्रदूषण विभाग को भी मैनेज किया गया है। चंद्र केतु मांझी बताते हैं कि उनकी फरियाद कौन सुनेगा,किससे करें फरियाद। वह अनुरोध करते हैं कि समाचार के माध्यम से जिला प्रशासन और कंपनी के आला अधिकारियों तक उनकी बात पहुंचाई जाए।आज भी उनके घर में कंपनी का दूषित पानी जमीन के रास्ते फर्श पर बह रहा है।इसे ठीक कराया जाए। कंपनी के कारण उनके छह कमरे डैमेज हुए थे। जिसमें ढाई लाख रुपए खर्च आया था। वह खर्च उन्हें दिलाया जाए। उनकी पत्नी और पुत्र की मौत का जिम्मेदार कंपनी है। वही उनका छोटा बेटा बीमार पड़ा है। यह कंपनी के ही कारण हुआ है। जिससे उसके भरण – पोषण की व्यवस्था की जाए। उन्होंने बताया कि परिवार में बारह लोग हैं। सभी इसी घर में रह रहे हैं।उनको डर है कि कंपनी के पानी रिसाव से घर गिर ना जाए। इससे पूरे परिवार के दब कर मरने का डर बना हुआ  है।

Related Posts