खालिस्तानियों की जड़ को उखाड़ फेंकने के लिए छह राज्यों में एनआईए की बड़ी कार्रवाई, देशभर में 51 ठिकानों पर चल रही है छापेमारी,एक गिरफ्तार
न्यूज़ लहर संवाददाता
नई दिल्ली:खालिस्तानी आतंकवादी,गैंगस्टर के गठजोड़ , अपराध के कारोबार और नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी के द्वारा बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।तड़के पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में लगभग 51 ठिकानों पर जांच एजेंसी की छापेमारी चल रही है। एक साँथ 51 ठिकानों पर रेड के कारण खालिस्तानीयो में हड़कंप मच गया है।
वही पंजाब से एन आई ऐ ने निज्जर के सहयोगी के रूप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
निज्जर की हत्या के बाद संबंध तनावपूर्ण
हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा के संबंध काफी तनावपूर्ण हो चूके हैं। इस बीच एनआईए ने यह कार्रवाई शुरू कर दी है। सबसे ज्यादा पंजाब में 31 जगहों पर छापेमारी की जा रही है। इसके अलावा राजस्थान में 13, हरियाणा में चार, उत्तराखंड में दो, दिल्ली एनसीआर और यूपी में एक एक जगहों पर छापेमारी की जा रही है।
खालिस्तानी चरमपंथियों को बढ़ावा देता है कनाडा
कनाडा में तेजी से बढ़ रहे खालिस्तान समर्थकों को बढ़ावा देने में वहाँ की सरकार का ही हाथ है। बुद्धिजीवियों ने बताया है कि कनाडा चरमपंथियों को पीछे से बढ़ावा दे रहा है। चरमपंथी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और राजनीतिक समर्थन जैसी धारणाओं की आड़ में करीब 50 साल से कनाडा की जमीन से स्वतंत्र रूप से काम कर रहे हैं। उनके ऊपर वहाँ की सरकार के द्वारा कोई कठोर कार्यवाही नहीं की जा रही है। कनाडा इन चरमपंथियों को लोकतंत्र का हवाला देकर कार्रवाई करने से बचता आया है। बताते चलें कि चरमपंथियों द्वारा डराने धमकाने, हिंसा किए जाने और नशीले पदार्थों की तस्करी में लिप्त रहने परपूरी तरह चुप्पी साध लेता है। जब कनाडा से इस विषय में सवाल किया जाता है तो वह गोलमोल जवाब देता हैं। बताते चलें की एयर इंडिया के विमान कनिष्क में 85 में खालिस्तानी चरमपंथियों ने बम विस्फोट किया था और यह अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए हमले से भी पहले हुआ। दुनिया की सबसे बड़े आतंकवादी हमलों में से एक हमला था कनाडाई एजेंसियों की बेरुखी के कारण इस हमले का मुख्य आरोपी तलविंदर सिंह परमार और उसके खालिस्तानी चरमपंथियों का समूह बचकर निकल गया।