चाईबासा: मुठभेड़ में पीएलएफआई एरिया कमांडर रांडुग बोदरा ढेर, हथियार और नकदी बरामद
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिले में आज सुरक्षा बलों और प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) के बीच बड़ी मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ टेबो थाना और बंदगांव थाना के सीमावर्ती क्षेत्र तोमरोम गांव के जंगलों में सुबह करीब 9:30 बजे हुई। मुठभेड़ में पीएलएफआई का एरिया कमांडर रांडुग बोदरा उर्फ लंबू उर्फ टीरा बोदरा मारा गया।
सूचना के अनुसार, पीएलएफआई का दस्ता किसी बड़ी विध्वंसक घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा था। इस इनपुट पर कार्रवाई करते हुए विशेष अभियान दल का गठन किया गया।
अभियान के दौरान, जब सुरक्षा बल जंगल में पहुंचे, तो उग्रवादियों ने उन्हें देखते ही गोलाबारी शुरू कर दी। आत्मरक्षार्थ सुरक्षा बलों ने भी जवाबी फायरिंग की। मुठभेड़ में भारी पड़ते देख उग्रवादी घने जंगल और पहाड़ों का सहारा लेकर भाग खड़े हुए।
मुठभेड़ के बाद क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया गया, जिसमें रांडुग बोदरा का शव बरामद किया गया। रांडुग बोदरा पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव थाना क्षेत्र के जिकिलता गांव का निवासी था। घटनास्थल से सुरक्षा बलों ने दो पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, दो खोखे, पीएलएफआई की लेवी रसीदें, सात मोबाइल फोन, दस सिम कार्ड, एक पिट्ठू बैग, एक लाख बत्तीस हजार दो सौ चालीस रुपये नकद और दो मोटरसाइकिल की चाबियां बरामद कीं।
पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि अभियान पूरी तरह राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी मानकों के तहत संचालित किया गया। इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, और नक्सल गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए अभियान जारी रहेगा।
यह मुठभेड़ झारखंड में नक्सल विरोधी अभियानों की दिशा में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।