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प्रतियोगी खेल के साथ, प्रश्नोत्तरी और फन गेम का भी आनंद लेंगे प्रतिभागी*

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड। जमशेदपुर में होला-महल्ला के मौके होने वाली खेल प्रतियोगिता के लिए मानगो गुरुद्वारा परिसर में मैदान पूरी तरह सजकर जहाँ जमशेदपुर के सिख बच्चे अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।

9 मार्च, रविवार को मानगो गुरुद्वारा परिसर में स्थित मैदान में होला-महल्ला खेल स्पर्धा आयोजन होना है। बाबा बंदा सिंह बहादर गतका अखाड़ा के तत्वाधान में धार्मिक संस्था धर्म प्रचार कमिटी, जमशेदपुर व गुरुद्वारा सिंह सभा मानगो द्वारा प्रायोजित होला-महल्ला खेल प्रतियोगिता में जमशेदपुर के सिख बच्चे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगे।

इस प्रतियोगिता के मद्देनज़र बाबा बंदा सिंह बहादर गतका अखाड़ा, जमशेदपुर के सदस्यों ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूर्वसंध्या पर महासचिव जसवंत सिंह जस्सू की अध्यक्षता में बैठक आयोजित कर विभिन्न सब-कमिटियों का गठन कर सभी सदस्यों को उनकी जिम्मेवारी सौंप कर पोस्टर भी जारी किया।

जसवंत सिंह जस्सू , सुखवंत सिंह सुक्खू , गुरशरण सिंह, कृपाल सिंह व बलजीत संसोआ मेंटर के भूमिका में रहेंगे। इनके अलावा करणवीर सिंह, जीवनजोत सिंह, मनिंदर सिंह, हरप्रीत सिंह हनी, त्रिलोक सिंह, गगनदीप सिंह, भवनीत सिंह, लवप्रीत सिंह, परविंदर सिंह, तरनप्रीत कौर, सिमरनप्रीत कौर, हरप्रीत कौर और जोगिंदर सिंह भी सक्रिय भूमिका में रहेंगे। इस दौरान होला-महल्ला खेलों का इतिहास भी बच्चों से साझा किया जायेगा।

मानगो गुरुद्वारा के महासचिव के जसवंत सिंह जस्सू ने बताया की इन खेलों में कोई भी सिख भाग ले सकता है तथा स्पर्धा रविवार को सुबह ठीक नौ बजे शुरू होगी जबकि खिलाड़ीयों का रिपोर्टिंग टाइम सुबह साढ़े आठ बजे होगा।

खेल प्रतियोगिता के दौरान 100 मीटर, 50 मीटर, रिले दौड़, बाधा दौड़ के अलावा छोटे बच्चों के लिए फन गेम्स व महिलाओं के लिए उनके अनुरूप खेलों के आयोजन किये जायेंगे साथ ही धार्मिक प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन होगा। जसवंत सिंह जस्सू ने जमशेदपुर के समस्त सिख अभिभावकों से अनुरोध किया है कि वे अपने बच्चों को इस खेल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रेरित करें और स्वयं उन्हें खेल स्थल तक लेकर आयें।

गौरतलब है कि यह खेल प्रतियोगिता धर्म प्रचार कमिटी पिछले सात सालों से ‘होला-महल्ला’ खेल आयोजित करती आ रही है जिसमे शहर के सभी सिख पूरी उत्सुकता से खेलों में अपनी प्रतिभागिता साबित करतें हैं. इस प्रतियोगिता में केवल सिख खिलाड़ी ही भाग ले सकतें हैं।

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