NH-33 पर डेढ़ किलोमीटर लंबी बैरिकेडिंग से बढ़ी परेशानी, सड़क दुर्घटनाएं और बेरोजगारी पर भड़के स्थानीय लोग

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:जमशेदपुर में एनएच-33 पर एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण के लिए संवेदक एचजी इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा चंद्रावती नगर से पारडीह तक करीब डेढ़ किलोमीटर लंबी बैरिकेडिंग लगा दी गई है। इसके चलते सभी क्रॉसिंग बंद हो गए हैं, जिससे न केवल सड़क दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं, बल्कि सैकड़ों दुकानदार बेरोजगार हो गए हैं।
स्थानीय लोगों में आक्रोश, जन आंदोलन की चेतावनी
इस मुद्दे को लेकर स्थानीय लोगों ने पूर्व भाजपा नेता विकास सिंह से संपर्क किया। मौके पर पहुंचे विकास सिंह ने संवेदक और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि यह बैरिकेडिंग लोगों की परेशानी का कारण बन गई है।
“निर्माण कार्य के नाम पर डेढ़ किलोमीटर तक सभी क्रॉसिंग बंद कर दिए गए हैं। इससे स्कूल जाने वाले बच्चों, मरीजों और आम जनता को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, सड़क किनारे दुकान चलाकर जीविका चलाने वाले लोग बेरोजगार हो गए हैं। हर दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन प्रशासन चुप बैठा है,” – विकास सिंह।
बैरिकेडिंग के कारण सड़क संकरी, गड्ढे बने जानलेवा
विकास सिंह ने बताया कि निर्माण कार्य से पहले एनएचएआई को सड़क का चौड़ीकरण करना था, लेकिन संवेदक ने गड्ढे खोद दिए और सड़क का निर्माण नहीं किया। इससे एनएच-33 की मुख्य सड़क भी संकरी हो गई और हर दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।
होली, रामनवमी और ईद की तैयारियों पर संकट
इस बैरिकेडिंग ने आसपास के दुकानदारों की आजीविका पर गहरा असर डाला है। होली, रामनवमी और ईद की खरीदारी के सीजन में यह बैरिकेडिंग व्यापारियों के लिए सबसे बड़ी बाधा बन गई है।
प्रशासन से कार्रवाई की मांग, अन्यथा जन आंदोलन
विकास सिंह ने इस मामले में जमशेदपुर उपायुक्त से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द समाधान नहीं निकला, तो स्थानीय लोग खुद बैरिकेडिंग को ध्वस्त करने के लिए मजबूर होंगे।
“जनप्रतिनिधि केवल होर्डिंग और शिलापट्ट में नाम लिखवाने में लगे रहते हैं, लेकिन जनता की परेशानी से उन्हें कोई सरोकार नहीं है,” – विकास सिंह।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गंभीर समस्या पर क्या कदम उठाता है, या फिर जनता को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।