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गुटुसाईं तुरी टोला दुर्गा मंदिर में जगतगुरु शंकराचार्य जी और स्वामी युवाचार्य का आशीर्वाद, बच्चों को धर्म और संस्कृति का ज्ञान देने पर दिया बल

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड:चाईबासा के गुटुसाईं तुरी टोला कल्याणपुर स्थित दुर्गा मंदिर प्रांगण में आज एक ऐतिहासिक अवसर पर जगतगुरु शंकराचार्य श्री ज्ञानानंद तीर्थ जी महाराज (भानुपुरा) और स्वामी युवाचार्य दण्डा स्वामी वरूनेन्द्र जी महाराज (भानुपुरा) का आगमन हुआ। इस अवसर पर उपस्थित भक्तों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और उनका अभिनंदन चरण धोकर एवं पुष्प वर्षा कर किया।

स्वामी जी ने अपने प्रवचन में सनातन समाज के महत्व, उसकी गरिमा और संस्कृति को संजोकर रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हम सभी सनातन धर्म का हिस्सा हैं, यह हमारे लिए गर्व की बात है।

हमें अपनी परंपराओं को जीवित रखना होगा और नई पीढ़ी को धर्म और संस्कृति का सही ज्ञान देना होगा ताकि वे इसे आत्मसात कर सकें और समाज के निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकें।”

उन्होंने विशेष रूप से धर्मांतरण के बढ़ते प्रभाव पर चिंता व्यक्त की और कहा कि बच्चों को सनातन धर्म की व्यापकता और उसकी महान परंपराओं से परिचित कराना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि नवरात्रि, दुर्गा पूजा, छठ पूजा और रामनवमी जैसे धार्मिक आयोजनों में भागीदारी से हमारी संस्कृति सुदृढ़ होती है और समाज में धार्मिक आस्था का संचार होता है।

स्वामी जी के आगमन पर संजय राम तुरी, राकेश पोद्दार और मणिकांत पोद्दार के परिवार ने उनका विशेष स्वागत किया।

इस अवसर पर वार्ड पार्षद सुनीता देवी, राजेश साव, प्रताप कटियार, मंगल तुरी, अनुज शर्मा, पुतुल साव, अपर्णा देवी, उर्मिला देवी, सरस्वती देवी, ममता देवी, मंजू देवी, मंदिर के पुजारी सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित थे।

यह आयोजन धार्मिक एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक बना और सनातन धर्म के प्रति श्रद्धा और निष्ठा को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

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