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डॉक्टर से मारपीट करने वाले तीन गिरफ्तार, प्रदेश के डॉक्टरों ने हड़ताल समाप्त किया

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड: जमशेदपुर में डॉक्टर के साथ मारपीट को लेकर प्रदेश में डॉक्टर आज कुछ समय के लिए हड़ताल पर चले गये थे। आईएमए और झासा के आह्वान पर राज्यभर के 15 हजार से ज्यादा सरकारी और गैरसरकारी डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे। हड़ताल शुक्रवार सुबह 6:00 बजे से शुरू हो गया था। वही पुलिस ने डॉक्टर के साथ मारपीट करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।इस सूचना के बाद आईएमए ने हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की है।
डॉक्टर्स जमशेदपुर मेडिकल कॉलेज में हुए मारपीट के विरोध में है। मेडिकल प्रोटेक्शन बिल के प्रति सरकार के शिथिल रवैये को लेकर यह डॉक्टरों ने यह फैसला लिया है। 19 सितंबर को जमशेदपुर मेडिकल कॉलेज के पीआईसीयू वार्ड में कार्यरत पीजी मेडिकल के छात्र डॉ कमलेश उरांव के साथ मारपीट हुई थी। जिसके विरोध में डॉक्टर्स यह निर्णय ले रहे हैं।इधर,एमजीएम अस्पताल में बच्ची की मौत के बाद डॉक्टर कमलेश उरांव से मारपीट करने के आरोपी संतोष कर्मकार और रवि सरदार और एक अन्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनकी पहचान वायरल वीडियो के माध्यम से की गई। ज्ञात हो कि सोमवार देर रात अस्पताल में इलाज के दौरान एक बच्ची अनु प्रधान की मौत हो गई थी।मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर की पिटाई कर दी थी।दूसरे दिन अस्पताल के डॉक्टरों ने गिरफ्तारी की मांग को लेकर हड़ताल शुरू कर दिया था।

इधर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एवं झारखंड राज्य स्वास्थ्य सेवाएं संघ, झारखंड ने संयुक्त बयान जारी कर हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की है।

हमारी मांगे मान ली गई है:-

1) दोषियों की गिरफ्तारी की पुष्टि कर दी गई है।
2) मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट द्वारा F.I.R दर्ज की गई , अभी तक यह व्यक्तिगत डॉक्टर कमलेश के द्वारा की गई थी।
3) मेडिकल कॉलेज कैंपस में पुलिस पीपेट बनाए जाने संबंधित कागजात तैयार कर लिया गया।
इसलिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एवं झारखंड राज्य स्वास्थ्य सेवाएं संघ, झारखंड ने संयुक्त रूप से कार्य बहिष्कार को वापस लेने की घोषणा करती है ।अपने समस्त चिकित्सकों से आग्रह किया है कि हमारी मांगे मान ली गई है, इसलिए आप सभी अपने-अपने कार्य पर वापस आ जाए । सदस्यों को भरोसा दिया है कि मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू किए जाने के लिए यथासंभव प्रयास जारी रहेगा और इसके लिए भी एक और आंदोलन से इनकार नहीं किया जा सकता । हम आशान्वित हैं कि हमारे माननीय मुख्यमंत्री महोदय और माननीय स्वास्थ्य मंत्री महोदय यथाशीघ्र अगली विधानसभा सत्र में ही मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को पारित करेंगे। साथ ही कार्य बहिष्कार में सम्मिलित सभी संगठनों (आईएमए, झासा, AHPI, ट्राइबल मेडिकल एसोसिएशन, जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन, FORDA एवम अन्य) के सभी सदस्यों को हार्दिक धन्यवाद दिया है।

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