कोडरमा:होटल मैनेजर और स्टॉफ की गोली मारकर हत्या मामले में पुलिस ने 6 अपराधी को किया गिरफ्तार,सभी बिहार का है ,गोली चलाने वाले युवक कुख्यात अपराधी है….
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखण्ड: कोडरमा में बागीटांड़ के पास शांति मोटल एंड फैमिली रेस्टोरेंट में गोली मारकर होटल मैनेजर व स्टाफ की हत्या मामले में छह आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है।पुलिस ने घटना के कुछ ही घंटे के अंदर नाकेबंदी कर अपराधियों को धर दबोचा व इनके पास से घटना में प्रयुक्त हथियार के अलावा कार व अन्य सामान भी बरामद किया।पकड़े गए सभी आरोपी बिहार की अलग-अलग जगहों के रहने वाले हैं।पुलिस को दो अन्य आरोपियों की तलाश है।पुलिस अधीक्षक अनुदीप सिंह ने रविवार की शाम नवलशाही थाने में प्रेस वार्ता कर दी।
कोडरमा के एसपी अनुदीप सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में दिलखुश सिंह (24 वर्ष) पिता स्व मुकेश सिंह निवासी जलालपुर थाना मनाची पटना, आयुष कुमार (22 वर्ष) पिता जवाहर लाल पोद्दार निवासी बरौनीडीह थाना तेधरा जिला बेगूसराय, गुलशन कुमार (23 वर्ष) पिता बब्लू कुमार निवासी बाली थाना काशीचक जिला नवादा, चिन्टू कुमार (23 वर्ष) एवं सुधांशु कुमार (24 वर्ष) दोनों के पिता बिमलेश सिंह निवासी पथरा इंग्लिश थाना मुफ्फसिल, जिला नवादा (बिहार) शामिल हैं।इनमें एक नाबालिग भी शामिल है।
एसपी ने बताया कि शनिवार की देर रात 8:20 बजे हुई घटना के बाद एसडीपीओ जितवाहन उरांव के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर छापामारी करते हुए नाकेबंदी की गयी। इस दौरान अपराधी घटना में प्रयुक्त टाटा नेक्सन को घाटी में छोड़कर भाग गए। बाद में फरार होने के लिए दूसरी बोलेरो मंगा ली। पुलिस ने अपराधियों के पास कांड में प्रयुक्त 7.65 एमएम की पिस्टल, छह खोखा, घटना को अंजाम देने के लिए उपयोग की गयी टाटा नेक्सन (बीआर-01एचसी-8307) व घटना को अंजाम देने के बाद भागने की नीयत से मंगायी गयी बोलेरो (बीआर-O1एचएस-6652) व पांच मोबाइल बरामद किया है। आरोपी दिलखुश सिंह पहले भी दो हत्याएं कर चुका है। वह डकैती कांड का भी आरोपी है। इसके अलावा आयुष व सुधांशु पर भी डकैती का केस दर्ज है। नाबालिग भी एक मामले में बाल सुधार गृह में रह चुका है। एसपी के अनुसार मैनेजर व स्टाफ पर दिलखुश सिंह ने आठ गोलियां चलाई थीं।
बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 22 जून की शाम करीब चार बजे वे होटल में आए व खाना का ऑडर दिया। अपराधी इसी बीच अपनी गाड़ी से एक पेटी बियर लाकर पीने लगे।यह देखकर रेस्टोरेंट मैनेजर व स्टॉफ द्वारा विरोध किया गया कि यह फैमिली रेस्टोरेंट है।यहां शराब पीना मना है, परंतु वे नहीं माने एवं जबरदस्ती शराब पीने लगे।इस बात पर अपराधी मैनेजर स्टॉफ से उलझ गए।उस समय मामला शांत हो गया।फिर खाना खाने के बाद बिल भुगतान को लेकर कहासुनी व हाथापाई हो गई। इसके बाद सभी अपराधी होटल से निकलकर चले गए और कहीं जाकर शराब का सेवन किया़। शराब का सेवन करने के बाद रात करीब 8:20 बजे उसी रेस्टोरेंट में आए व काउंटर में बैठे नसीम एराकी व अजार आलम की गोली मारकर हत्या कर दी।