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भालू के हमले से घायल नाबालिग किशोर रेंगो राउरकेला से स्वस्थ हो गुवा लौटा

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड।गुवा के काशिया-पेचा गांव निवासी युवक रेंगो सुरीन (13 वर्ष) पिता डुम्किया सुरीन

भालू के हमले से घायल होने उपरांत पूरी तरह से स्वस्थ हो राउरकेला से गुवा लौट गया है। उसने सार्थक कर दी है जिसे इश्वर रखे उसे कौन चखे ?

वन विभाग व प्रशासन उसका बेहतर इलाज करा उसका जान बचा ली है। तत्काल पीडित को आर्थिक मदद के रूप में 25 हजार रुपए उपलब्ध कराना

लाभदाय एवं कारगर साबित हुआ ।

इस संबंध में पूर्व की घटना के संदर्भ में गुवा वन क्षेत्र पदाधिकारी परमानंद रजक ने बताया कि सूचना मिलते ही घायल को उठाकर गुवा सेल अस्पताल लाया गया। जहां उसकी प्राथमिक इलाज कर तुरंत उसे आईजीएच राउरकेला रेफर कर दिया गया था। साथ ही गुवा वन क्षेत्र से दो वन रक्षियों को घायल के साथ भेजा गया था। विगत दिनों भालू ने हमला कर गंभीर रुप से घायल कर दिया था।

बताया जाता है कि घायल युवक को तत्काल गुवा सेल चिकित्सालय से बेहतर इलाज हेतु राउरकेला रेफर कर भेजा गया था। यह घटना 26 सितम्बर की है। घटना के बाबत ग्रामीण मंगता सुरीन ने बताया गया था कि गुवा वन प्रक्षेत्र तथा गंगदा पंचायत अन्तर्गत सारंडा के तुमीनलता जंगल में घटना घटी थी। ग्रामीणों के अनुसार एक बडा़ भालू रेंगों सुरीन पर हमला कर सर व शरीर को पुरी तरह से फाड़ दिया है। भालू के इस हमले के बाद बाकी लोग बैल-बकरी छोड़ स्वंय को बचाते हुए भाग खडे़ हुए थे।

इसके बाद पारम्परिक हथियारों से लैश दर्जनों ग्रामीण घटनास्थल पर जाकर घायल रेंगो को उठाकर जंगल से गांव लाये एवं अस्पताल भेजे थे।ग्रामीण जंगल में अपनी लापता बैल-बकरियों की भी तलाश कर रहे हैं। कुछ बैल-बकरियां मिली है तथा कुछ गायब है। उसने बताया की रेंगो का परिवार अत्यंत गरीब है। बैल-बकरी चराकर वह जीवन यापन करता है। बरहाल पूरे आदिवासी परिवेश में खुशनुमा महौल देखा जा रहा है।

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