मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के विरोध में हिंसा: पिता-पुत्र की हत्या, हाईकोर्ट ने दिए केंद्रीय बलों की तैनाती के आदेश

न्यूज़ लहर संवाददाता
पश्चिम बंगाल : मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में भड़के हिंसक प्रदर्शनों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। जाफराबाद (शमशेरगंज प्रखंड) में उपद्रवियों ने लूटपाट के दौरान एक ही परिवार के पिता-पुत्र की चाकू मारकर हत्या कर दी। परिजनों ने बताया कि घर में घुसकर लूटपाट की गई और दोनों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। पुलिस को इनके शव घर के अंदर मिले जिन पर चाकुओं के कई घाव थे।
जिले में हो रही लगातार हिंसा को देखते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट ने बड़ा कदम उठाया है। हाईकोर्ट की डबल बेंच—न्यायमूर्ति सौमेन सेन और न्यायमूर्ति राजा बसु चौधरी ने मुर्शिदाबाद के जंगीपुर सहित हिंसाग्रस्त इलाकों में केंद्रीय बलों की तैनाती के आदेश दिए हैं। यह आदेश बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी की याचिका पर दिया गया, जिसमें उन्होंने केंद्र की सुरक्षा बलों की मांग की थी। राज्य सरकार ने इसे गैरजरूरी बताया था, लेकिन कोर्ट ने हालात को देखते हुए यह फैसला लिया।
हिंसा का ताजा मामला शमशेरगंज प्रखंड के धुलियान क्षेत्र में शनिवार को सामने आया, जहां प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई। शुक्रवार को भी सुती और समसेरगंज इलाके हिंसा की चपेट में रहे। गोलीबारी भी हुई, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि गोली किसने चलाई। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) जावेद शमीम ने प्रेस वार्ता में कहा कि संभवतः यह गोलीबीएसएफ की तरफ से चली हो सकती है, लेकिन इसकी जांच की जा रही है।
हिंसा के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए कुछ इलाकों में बीएसएफ की तैनाती की है। घायल एक किशोर को कोलकाता के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। हिंसा में अब तक 120 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है और छापेमारी जारी है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मुर्शिदाबाद में कैंप कर रहे हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
राज्य में बढ़ते तनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। वहीं भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने हिंसा के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए केंद्र से हस्तक्षेप की मांग की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हिंसा के मद्देनजर मुर्शिदाबाद में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और धारा 163 (कर्फ्यू) लागू कर दी गई है। पुलिस के अनुसार हिंसक प्रदर्शन के दौरान उनके 15 जवान भी घायल हुए हैं। प्रशासन लगातार लोगों से सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है।