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मणिपुर हिंसक भीड़ पर काबू पाने के लिए गोली मारने का हुआ आदेश, सेना ने संभाला मोर्चा, केंद्रीय गृहमंत्री पूरे घटनाक्रम पर रख रहे नजर

संजय कुमार सिंह

मणिपुर: प्रदेश में मैतई समाज को अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल करने की मांग को लेकर हिंसक प्रदर्शन लगातार जारी है और इसी के चलते यहां के चुराचांदपुर, इंफाल समेत अन्य क्षेत्रों में आदिवासी और मैतई लोगों के बीच हिंसक झड़प होने की जानकारी भी सामने आई है। हिंसा को देखते हुए सरकार ने भी बड़ा आदेश जारी कर दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए हैं। भारतीय सेना लगातार अलर्ट मोड पर है और सुरक्षा की स्थिति को देखते हुए राज्य में वायरल किए जा रहे फर्जी वीडियो से लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। वही 5 दिनों के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पूरे मामले का मॉनेटरी कर रहे हैं।

राजनीति शुरू

मणिपुर में फैली हिंसक घटना को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला किया है। कांग्रेसी नेताओं ने अपने बयान में कहा है कि मणिपुर जल रहा है और प्रधानमंत्री केरल चुनाव में व्यस्त हैं जो शर्म की बात है। अब तक प्रधानमंत्री ने मणिपुर हिंसा के लिए कुछ नहीं किया है। वहां के लोगों को बचाने की आवश्यकता है। बीजेपी सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है।

फर्जी वीडियो

मणिपुर में फैली हिंसा के बाद सोशल मीडिया के जरिए इस आग को भड़काने की कोशिश की जा रही है और कुछ फर्जी वीडियो वायरल किए जा रहे हैं, जिसमें असम राइफल पोस्ट पर हमले का वीडियो भी शामिल है। इसी को देखते हुए सेना ने नागरिकों से सत्यापित खबरों पर भरोसा करने की अपील की है और फर्जी वीडियो पर ध्यान ना देने और उसे आगे ना बढ़ाने को भी कहा है। राज्य में हुई हिंसक घटनाओं के दौरान कई घरों, दुकानों और धार्मिक स्थलों को आग के हवाले कर दिया गया है। इंफाल में एक विधायक पर हमला होने की खबर भी सामने आई है।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने संभाला मोर्चा

मणिपुर में फैली हिंसक झड़प के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मणिपुर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मीटिंग की है। पूरे राज्य में फैले हिंसक झड़प की जानकारी ली है। साथ ही हिंसा करने वालों पर गोली चलाने के आदेश भी जारी किए हैं। इस दौरान उन्होंने सेना और केंद्रीय रिजर्व बल को खुली छूट दी है की हिंसा कर रहे लोगों को से हर हाल में निपटा जाए। आश्वक्ता पड़ने पर बल प्रयोग की जाए और गोली चलाने की आवश्यकता हो तो गोली भी मारी जाए। उन्होंने मणिपुर के अधिकारियों और सेना के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जल्दी मणिपुर में फैले हिंसा पर काबू पाया जाए। वही हिंसा ग्रस्त क्षेत्र में सेना अर्धसैनिक बल के जवानों ने फ्लैग मार्च किया है। पूरे क्षेत्र को सैनिक छावनी में बदल दिया गया है। सेना के साथ मणिपुर के वरिष्ठ अधिकारी हिंसा ग्रस्त क्षेत्र में कैंप कर रहे हैं।

गौरतलब हो कि प्रसिद्ध महिला मुक्केबाज मैरी कॉम कांन ने आधी रात को प्रधानमंत्री से गुहार लगाई थी कि मणिपुर हिंसा में जल रहा है। मदद की जाए। इसके साथ ही केंद्र की सरकार एक्टिव हो गई और साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मोर्चा संभाल लिया। उसके बाद दंगा कर रहे दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया गया है ।साथ ही आर्मी के हाथ में हिंसा ग्रस्त क्षेत्र को सौंप दिया गया है।

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