जहां शाम 6 बजे के बाद जाना मना है
लावनी मुखर्जी
राजस्थान: प्रदेश में कुछ जगहें ऐसी भी हैं जहां शाम 6 बजे के बाद जाना मना है। कुछ किले ऐसे भी हैं जहां सूर्यास्त के बाद कोई कदम नहीं रख सकता। यहां पैरानॉर्मल एक्टिविटीज देखने को मिलती हैं।
यात्रा के लिहाज से गुलाब नगरी राजस्थान से खूबसूरत कुछ नहीं है। यहां एक से बढ़कर एक किले, महल, खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं। राजस्थान भारत के प्राचीन इतिहास का दर्पण है। यह भारतवर्ष का एक ऐसा स्थान है जहाँ भारत के महान वीरों ने वीरगति को प्राप्त किया है। यहां के किले और खूबसूरत नजारे आपको दुनिया में और कहीं देखने को नहीं मिलेंगे। यही वजह है कि लोग राजस्थान घूमने जरूर जाते हैं। लेकिन आपको बता दें कि राजस्थान में कुछ जगहें ऐसी भी हैं जहां शाम 6 बजे के बाद जाना मना है। कुछ किले ऐसे भी हैं जहां सूर्यास्त के बाद कोई कदम नहीं रख सकता। यहां पैरानॉर्मल एक्टिविटीज देखने को मिलती हैं। आइए जानते हैं कि क्या इन किलों में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। कौन सी हैं वो जगहें?
कुलधरा गांव
राजस्थान में जैसलमेर से 14 किमी दूर कुलधरा गांव है, जो पिछले 200 सालों से वीरान पड़ा हुआ है, इसे एक प्रेतवाधित जगह के रूप में गिना जाता है, ऐसा माना जाता है कि इस गांव की स्थापना सन 1300 में पालीवाल ब्राह्मण समुदाय ने की थी। सरस्वती नदी के किनारे। कभी यहां काफी चहल-पहल हुआ करती थी, लेकिन आज के दौर में लोग यहां भटकने से डरते हैं। कहा जाता है कि इस गांव को श्राप मिला हुआ है कि यहां आने वाला कोई भी व्यक्ति अधिक समय तक नहीं रह पाएगा। वहीं, कुलधरा गांव अब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित एक ऐतिहासिक स्थान बन गया है। पर्यटक यहां आकर घूम सकते हैं। आप रोजाना सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक गांव में घूम सकते हैं। तभी से यहां आना मना है। क्योंकि इसे भूतिया जगह माना जाता है। इसलिए स्थानीय लोग सूर्यास्त के बाद यहां का गेट बंद कर देते हैं।
भानगढ़
भुतहा जगहों की बात करें तो भानगढ़ का किला भी इसी लिस्ट में आता है। आप यहां सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक घूम सकते हैं। लेकिन इसके बाद किले के अंदर जाने की इजाजत नहीं है। इस किले में पैरानॉर्मल एक्टिविटी कई बार देखी गई है। रात होते ही चीखने, रोने, चूड़ियों की खनखनाहट की आवाज आती है और कई तरह की परछाइयां भी नजर आने लगती हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने भी यहां रात में जाने पर रोक लगा दी है।
राणा कुंभा पैलेस
चित्तौड़गढ़ का राणा कुंभ पैलेस इस राज्य में सबसे प्रेतवाधित जगहों में से एक है। कहा जाता है कि यहां जाने के बाद आप भूतों से जरूर मिल सकते हैं। दरअसल, दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने इस महल पर हमला किया था और खुद को खिलजी से बचाने के लिए रानी पद्मिनी ने 700 महिला अनुयायियों के साथ आत्मदाह कर लिया था।