झिरी में गेल द्वारा निर्माणाधीन कचरा संधारण प्लांट का सांसद सेठ ने किया निरीक्षण प्रतिदिन 300 टन कचरे का होगा संधारण, रांची को कचरे से मिलेगी मुक्ति दिसंबर में शुरू होगा पहला प्लांट, मई में दूसरा कचरे से ही बनेगा ईंधन और खाद, बन रहा सीएनजी स्टेशन
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:विकास तीर्थ कार्यक्रम के तहत सांसद संजय सेठ ने झिरी में गेल इंडिया द्वारा बनाए जा रहे कचरा संधारण प्लांट का अवलोकन किया। इस दौरान सांसद के साथ गेल इंडिया के निदेशक संजय कश्यप और सिटीजन फाउंडेशन के सचिव गणेश रेड्डी, राजीव कमल बिट्टू भी मौजूद रहे। झिरी में गेल के द्वारा 300 टन के कचरा संधारण का प्लांट निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। सांसद ने वहां पर प्लांट निर्माण से संबंधित जानकारियां प्राप्त की। जनता को होने वाले लाभ की भी जानकारी ली। सांसद ने अधिकारियों से कार्यस्थल का नक्शा देखा और उन्हें इस कार्य में और तेजी लाने का निर्देश दिया। इस दौरान सांसद संजय सेठ ने उक्त निर्माण कार्य स्थल पर वृक्षारोपण भी किया।
श्री सेठ ने कहा कि 2 वर्ष पूर्व मेरे आग्रह पर केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने यहां 150 टन कचरा संधारण के प्लांट की स्वीकृति दी थी। राँची की बढ़ती आबादी और कचरे की स्थिति को देखते हुए मैंने उनसे इसे 300 टन का प्लांट बनाने का आग्रह किया था। इस आलोक में उन्होंने इसकी भी त्वरित स्वीकृति दी। खुशी की बात है कि युद्ध स्तर पर यहां निर्माण कार्य चालू है। सलमान कार्य के पूर्ण होने के बाद यहां प्रतिदिन 300 टन तक कचरे का संधारण किया जा सकेगा।
सांसद ने बताया कि प्रथम चरण में दिसंबर तक 150 टन कचरे का संधारण कार्य शुरू हो जाएगा। मई 2024 तक 150 टन का दूसरा प्लांट भी चालू हो जाएगा।
श्री सेठ ने बताया कि यहां कचरे से खाद और ईंधन-सीएनजी भी बनाया जाएगा। इसके लिए भी सेंटर स्थापित करने का कार्य प्रक्रियाधीन है। इससे यहां पर कचरा प्रबंधन का बेहतर कार्य हो सकेगा। रांची को एक बड़ी समस्या से मुक्ति मिलेगी और उसका सदुपयोग भी दिखेगा।
सांसद ने इस कार्य के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है। सांसद ने कहा कि उन्होंने राँची लोकसभा क्षेत्र की जनता के हित के लिए सदैव अपना आशीर्वाद दिया है।