भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह अपनी दूसरी पत्नी ज्योति सिंह से तलाक मामले में पहुंचे कोर्ट, बेकाबू हुए प्रशासक, पुलिस ने बरसाईं लाठियां
न्यूज़ लहर संवाददाता
बिहार:भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के अभिनेता सह गायक पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के तलाक का मामला एक बार फिर नहीं सुलझ सका। बुधवार को भी दोनों के बीच सुलह नहीं हो सकी। आरा के फैमिली कोर्ट में काफी देर तक चली काउंसिलिंग के बाद भी दोनों के बीच बात नहीं बनी। काउंसिलिंग के दौरान पति-पत्नी अपनी-अपनी जिद पर अड़े रहे। दोनों पक्ष तलाक मामले की सुनवाई को लेकर दोनों बुधवार की दोपहर आरा कोर्ट पहुंचे थे।
वहीं दूसरी तरफ भोजपुरी स्टार पवन सिंह के आरा पहुंचने की खबर मिलते ही उनके समर्थकों की भारी भीड़ कोर्ट कैंपस में जमा हो गयी। उनको देखने और उनके साथ सेल्फी लेने को लेकर होड़ मच गयी। फैंस काफी देर तक भाग-दौड़ करते रहे। नौबत ये आ गई है कि बेकाबू फैंस पर पुलिस को लाठियां चलानी पड़ गईं। लेकिन फैंस की दीवानगी इस कदर थी, कि पवन सिंह के साथ सेल्फी लेने के लिए लाठी खाने को भी मंजूर था।
पवन सिंह की ओर से अपनी दूसरी पत्नी ज्योति सिंह से तलाक के लिये नौ अक्टूबर 2021 को आरा की फैमिली कोर्ट में अर्जी दाखिल की गयी थी। इसके बाद ज्योति सिंह इस साल 28 अप्रैल को आरा के फैमिली कोर्ट पहुंची थी। उस दिन ज्योति सिंह की ओर से अंतरिम भरण पोषण की मांग की गयी थी। इसके तहत ज्योति सिंह की ओर से प्रति माह साढ़े तीन लाख रुपये की मांग की गयी है। इसके बाद से ही मामला फैमिली कोर्ट में चल रहा है। इसे लेकर दोनों के बीच काउंसलिंग करायी जा चुकी है। पिछले साल मई माह में भी दोनों कोर्ट पहुंचे थे। उस समय भी प्रधान न्यायाधीश की ओर से समझौता कराने की कोशिश की गयी थी। उस समय भी बात नहीं बनी थी।
यूपी की रहने वाली ज्योति सिंह पवन सिंह की दूसरी पत्नी हैं। 2018 में दोनों की शादी हुई थी। करीब तीन साल साथ रहने के बाद पवन सिंह की ओर से तलाक की अर्जी दी गयी थी। इसके बाद ज्योति सिंह की ओर से अपने अधिवक्ता के जरिए पवन सिंह पर शादी के बाद प्रताड़ित करने समेत कई गंभीर आरोप लगाये गये थे। हालांकि पवन सिंह के वकील की ओर से उन सभी आरोपों का खंडन भी किया गया था।
बताया जा रहा है कि पवन सिंह बुधवार की दोपहर करीब ढाई बजे कोर्ट पहुंचे। उनकी पत्नी ज्योति सिंह भी अपने पिता के साथ कोर्ट पहुंची थीं। कुटुम्ब न्यायालय की प्रधान न्यायाधीश श्वेता कुमारी सिंह की उपस्थिति में दोनों की काउंसिलिंग शुरू की गयी। प्रधान न्यायाधीश की ओर से दोनों को समाझाने का प्रयास किया गया। इसके बावजूद दोनों पक्ष अपनी-अपनी जिद पर अड़ा रहा। इससे पहले दोनों के बीच अकेले में भी बातचीत हुई, लेकिन बात नहीं बनी। करीब दो घंटे तक चली काउंसिलिंग के बाद दोनों कोर्ट से निकले।
सेटलमेंट नहीं होने के बाद अब दोनों पक्ष केस लड़ने की तैयारी में जुट गया है। ज्योति सिंह के वकील विष्णुधर तिवारी व आदित्य सिंह ने साफ तौर पर कहा कि वे लोग केस लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि सेटलमेंट नहीं हुआ। अब हम लोग पूरी मजबूती से केस लड़ेंगे। इधर, पवन सिंह के वकील सुदामा सिंह का कहना है कि समझौते का प्रयास किया गया था।
सेटलमेंट ऑफर को ज्योति ने ठुकराया, मांगी मोटी रकम
कोर्ट सूत्रों के अनुसार पवन सिंह की ओर से सेटलमेंट करने के लिए ज्योति सिंह को एकमुश्त राशि का ऑफर दिया गया था। इसके तहत 50 लाख रुपए नगद, एक मकान और पढ़ाई का पूरा खर्च देने की बात कही गयी थी। ज्योति सिंह की ओर से उस ऑफर को ठुकरा दिया गया। कोर्ट सूत्रों के अनुसार ज्योति सिंह के पक्ष की ओर से मोटी रकम मांगी जा रही है। जो पवन सिंह की ओर से दिये गये ऑफर से कई गुणा अधिक है।